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आसियान शैली क्या है?

Chapter - 04  Political science of class 12th  1). आसियान शैली क्या है?  1967 में अपनी स्थापना के समय से ही आसियान के सदस्य देश विश्व शांति और आर्थिक विकास को मूल उद्देश्य मानकर चल रहे हैं इसके सदस्य देशों ने सहयोगात्मक मेल - मिलाव  विवाधिक मुद्दों के शांतिपूर्ण समाधान और बातचीत की अनौपचारिक पहल के माध्यम से अपनी ही एक कार्य शैली विकसित की है जिसे आसियान शैली कहा जाता है|  इस संगठन के तीन प्रमुख स्तंभ इस संगठन के मूल उद्देश्य की प्राप्ति के लिए बनाए गए हैं|  ऑपरेशन इराकी फ्रीडम क्या था?  2). आसियान समुदाय के तीन प्रमुख स्तंभों का वर्णन करें और उनके उद्देश्य भी बताएं?  आसियान समुदाय के तीन प्रमुख स्तंभ में निम्नलिखित हैं -    • अभियान आर्थिक समुदाय   •आसियान सुरक्षा समुदाय   • आसियान सामाजिक - सांस्कृतिक समुदाय इन तीनों प्रमुख स्तंभों के कुछ उद्देश्य थे जो कि निम्नलिखित हैं -    यूरोपीय संघ का वर्णन करें? • आसियान सुरक्षा समुदाय -                         ...

Chapter - 04 political science of class 12th

Chapter - 04  Political science of class 12th  1). सत्ता के वैकल्पिक केंद्र के तौर पर आसियान का वर्णन करें और इसकी कमियों पर भी रोशनी डालिए?  आसियान - दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संगठन  • आसियान संगठन जन -                                    दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रीय का संगठन अगस्त 1967 में अस्तित्व में आया इसकी शुरुआत क्षेत्र के 5 देशों ने बैंक को घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करके की इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, और थाईलैंड आसियान के संस्थापक सदस्य देश हैं इस संगठन का मूल्य उद्देश्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के बीच आर्थिक राजनीतिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ाना है|  यूरोपीय संघ की कमियों को वर्णन करें  • कार्यशैली और उपलब्धियां -                                            आसियान संगठन जहां एक और सदस्य देशों के बीच आर्थिक राजनीतिक और सांस्कृतिक सहय...

Chapter - 04 सत्ता के वैकल्पिक केंद्र

Chapter - 04  Political science of class 12th  1). सत्ता के वैकल्पिक केंद्र के तौर पर यूरोपीय संघ का वर्णन करें और इसकी कमियों पर भी रोशनी डालिए?  1945 के पश्चात यूरोप के देशों का एकीकरण शुरू हुआ इस प्रक्रिया को शीतयुद्ध से भी मदद मिली द्वितीय विश्व युद्ध में ध्वस्त हो चुके पश्चिमी यूरोपीय देशों को अमेरिका की ओर से जबरदस्त आर्थिक सहायता प्रदान की गई इस योजना को मार्शल योजना के नाम से जाना गया इसमें पश्चिमी यूरोपीय देशों को आर्थिक व राजनीतिक सहयोग के लिए प्रेरित किया गया जिसकी अंतिम रणनीति यूरोपीय संघ का अस्तित्व में आना चाहिए यह सब एक निम्नलिखित प्रक्रिया द्वारा संपन्न हुआ -    • मार्शल योजना के तहत 1948 में यूरोपीय आर्थिक सहयोग संगठन की स्थापना की गई जिसके माध्यम से पश्चिमी यूरोप के देशों को आर्थिक मदद मिली   • 1949 में यूरोपीय परिषद का निर्माण हुआ जिससे यूरोपीय संघ ने राजनीति सहयोग के मामले पर अगला कदम उठाया • 1957 में यूरोपीयन इकोनामिक कम्युनिटी का गठन किया गया|  जानने के लिए यहां क्लिक करें               ...

अमेरिका तथा भारत के संबंध

समकालीन विश्व में अमेरिकी वर्चस्व Class - 12th  Chapter - 3 1). संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ भारत के संबंध किस प्रकार के होने चाहिए ? इसके बारे में भारत में चल रहे 3  विभिन्न दृष्टिकोणों का विश्लेषण करें|     ऑपरेशन एंडड्यूरिंग फ्रीडम से क्या तात्पर्य है?  भारत और अमेरिका विश्व के 2 सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश हैं जिन्हें स्वाभाविक तौर पर एक दूसरे का सहयोगी होना चाहिए भारत को शीतयुद्ध के दौर में स्वतंत्रता मिली थी उस समय भारतीय नेतृत्व ने गुटनिरपेक्षता की नीति का अनुसरण किया था जिसके चलते भारत और अमेरिका के संबंध इतने अच्छे नहीं रहे जितने उन्हें होने चाहिए थे परंतु शीतयुद्ध की समाप्ति के बाद दुनिया एकध्रुवीय हो चुकी है थी और अमेरिका इस एकध्रुवीय  विश्व की सबसे बड़ी महाशक्ति है भारत ने भी हाल के वर्षों में अपनी पुरानी नीति को बदलते हुए अपने रिश्तो में सुधार किया है मौजूदा समय की परिस्थितियों को देखते हुए ऐसा होना भी चाहिए फिलहाल देश में भारत-अमेरिका के संबंधों के संदर्भ में 3 संभावित नीतियों पर चर्चा चल रही है जो कि इस प्रकार है -  • अंतर्राष्ट्रीय र...

समकालीन विश्व में अमेरिकी वर्चस्व Chapter - 3

Chapter - 3  Political science  Class - 12th  1).  ऑपरेशन इराकी फ्रीडम से क्या तात्पर्य है? ऑपरेशन इराकी फ्रीडम अमेरिका व उसके 40 सहयोगी देशों जिन्हें कालीशन आव विलिंग्स कहा जाता है द्वारा इराक पर किए गए हमले का नाम है यह हमला 19 मार्च 2003 से शुरू किया गया था इस सैन्य ऑपरेशन से जुड़ी मुख्य बातें निम्नलिखित है|  • अमेरिका ने हमला इराक की तत्कालीन तानाशाह सद्दाम हुसैन पर यह आरोप लगाते हुए किया था कि वह एक अत्याचारी शासक था और व्यापक जनसंहार  हेतु हथियारों के निर्माण में लीन था|  • इस हमले के लिए अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र संघ (U.N.O) . की अनुमति नहीं ली थी • हमले के कुछ ही दिनों में सद्दाम हुसैन की सरकार गिर गई जिसके बाद अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के द्वारा वहां एक कठपुतली सरकार का गठन कराया गया|  • पूर्व तानाशाह सद्दाम हुसैन को पकड़ लिया गया और उस पर मुकदमा चलाया गया जिसके बाद उसे फांसी दी गई| • इराक में जनसंहार के कोई भी हथियार नहीं मिले इसलिए अब यह अनुमान लगाए जाने लगे कि अमेरिका ने इराक के तेल भंडार पर कब्जा करने के लिए हमले कराए थे| ...

Important questions of political science class 12th

Political science of 12th class in Hindi  Chapter - 3     1). ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म क्या था?  अगस्त 1990 में खाड़ी  देश इराक ने अपने पड़ोसी देश कुवैत पर कब्जा कर लिया था उस समय ईराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन को जो कि अमेरिका का शत्रु माना जाता था उसे समझाने की बहुत प्रयास किए गए परंतु जब उसे समझाने की सारी कोशिशें नाकाम हो गई तो संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO)  की अनुमति लेकर अमेरिका 34 देशों की सेना के साथ मिलकर इराक के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया जिसे ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म का नाम दिया गया इस अभियान से जुड़ी कुछ खास बातें निम्नलिखित है -  वर्चस्व से आप क्या समझते हैं  34 देशों की सेना के अंदर 660000 सैनिक थे जिनमें से 75% सैनिक अमेरिका के थे|   इराक के राष्ट्रपति ने जंग से पहले कहा था कि यह “100 जंगो की एक जंग होगी" परंतु कुछ ही दिनों के भीतर इराक  घुटने टेकने पड़े पर मजबूर हो गया|  अमेरिका द्वारा इस युद्ध में स्मार्ट बमों का प्रयोग किया गया जिन्हें कंप्यूटर द्वारा संचालित किया जाता था तथा साथ ही टेलीविजन पर भी इसे व्यापक तौर पर दिखाया...

Political science of 12th class.

Chapter - 3 समकालीन विश्व में अमेरिकी वर्चस्व Class - 12th   1). वर्चस्व से आप क्या समझते हैं?    वर्चस्व का अर्थ है दूसरों पर अधिकार जमाने की शक्ति रखना अर्थात वह स्थिति जिसमें कोई व्यक्ति दूसरों के जीवन को प्रभावित करने की शक्ति हासिल कर ले उस समय हम कह सकते हैं कि वह व्यक्ति वर्चस्व वाली है विश्व राजनीति में वर्चस्व का अर्थ है किसी देश का आर्थिक व सांस्कृतिक दबदबा कायम होना मौजूदा समय में केवल अमेरिका को ही एक वर्चस्व वाली ने देश माना जाता है|