समकालीन विश्व में अमेरिकी वर्चस्व Chapter - 3
Chapter - 3
Political science
Class - 12th
1). ऑपरेशन इराकी फ्रीडम से क्या तात्पर्य है?
ऑपरेशन इराकी फ्रीडम अमेरिका व उसके 40 सहयोगी देशों जिन्हें कालीशन आव विलिंग्स कहा जाता है द्वारा इराक पर किए गए हमले का नाम है यह हमला 19 मार्च 2003 से शुरू किया गया था इस सैन्य ऑपरेशन से जुड़ी मुख्य बातें निम्नलिखित है|
• अमेरिका ने हमला इराक की तत्कालीन तानाशाह सद्दाम हुसैन पर यह आरोप लगाते हुए किया था कि वह एक अत्याचारी शासक था और व्यापक जनसंहार हेतु हथियारों के निर्माण में लीन था|
• इस हमले के लिए अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र संघ (U.N.O) . की अनुमति नहीं ली थी
• हमले के कुछ ही दिनों में सद्दाम हुसैन की सरकार गिर गई जिसके बाद अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के द्वारा वहां एक कठपुतली सरकार का गठन कराया गया|
• पूर्व तानाशाह सद्दाम हुसैन को पकड़ लिया गया और उस पर मुकदमा चलाया गया जिसके बाद उसे फांसी दी गई|
• इराक में जनसंहार के कोई भी हथियार नहीं मिले इसलिए अब यह अनुमान लगाए जाने लगे कि अमेरिका ने इराक के तेल भंडार पर कब्जा करने के लिए हमले कराए थे|
2). ऑपरेशन एंडयूरिंग फ्रीडम से क्या तात्पर्य है?
अमेरिका पर हुए 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमले के बाद अमेरिकी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ एक विश्वव्यापी अभियान छेड़ दिया जिसे ऑपरेशन एंड्यूरिंग फ्रीडम कहा गया इस अभियान के तहत निम्नलिखित कार्यवाही की गई -
• अमेरिका ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर जिम्मेदार संगठन अलकायदा के अफगानिस्तान में बने ठिकानों पर बमबारी की और वहां के तालिबान शासन को उखाड़ डाला|
• संदेह के आधार पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने दुनिया भर में गिरफ्तारियां की और उन्हें अलग-अलग देशों की जेलों में भेजा गया |
• इस ऑपरेशन के तहत जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था उनमें से बहुतों को ग्वांतनाम की जेल में रखा गया जिसके बारे में विभिन्न स्वयंसेवी संगठन तथा संयुक्त राष्ट्र संघ ने (UNO) कई बार इसके विरोध दर्ज करा चुके हैं क्योंकि वहां कैदियों के मानव अधिकारों के उल्लंघन के खतरे सामने आते रहते हैं|
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